BY NPCI Closed of UPI एक बार फिर UPI से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। जो नये वित्तीय/ फायनेंसियल (मार्च/अप्रैल 2025) ईयर से लागू हो जायेंगी। जिसमें BY NPCI Closed of UPI के सारे नियम आपकी UPI आईडी से सम्बन्धित होंगे। तो आईये देखतें हैं की NPCI के क्या बदले नियम हैं।
BY NPCI Closed of UPI की गाइडलाइन क्या हैं
यदि कोई UPI यूजर एक साल तक अपने UPI अकाउंट से किसी भी तरह का कोई ट्रांजेक्शन नहीं करता है। तो उसकी UPI आईडी हमेशा के लिए BY NPCI Closed of UPI बन्द कर दी जायेगी। या फिर एक साल के अन्दर अपना कोई बैलेन्स 1 या 2 बार चेक कर देता है। तो कोई उसकी आईडी पर फर्क नहीं पड़ेगा।
BY NPCI Closed of UPI में ट्रांजक्शन आईडी के उदाहरण
वैध/अल्फान्यूमेरिक अक्षर वाली ट्रांजक्शन आईडी- upi1234567890abc12345 इस आईडी में 8 से 10 अंकों तक के नंबर (0 से 9 के बीच) होंगें। और A to Z के बीच वाले अक्षरों को ही स्वीकार किया जाएगा। अवैध/ स्पेशल अक्षर वाली ट्रांजक्शन आईडी upi@123456!7890#abc दोस्तों जैसा की आपलोग जान रहें हैं। की आज के समय में हर व्यक्ति अपना पेमेंट्स सिस्टम अब UPI के थ्रू/ द्वारा करने लगा है। जिसमें एक बहुत बड़ा डेटा होता जा रहा है। इसलिए इसके अवैध/ स्पेशल अक्षरों को NPCI ने स्वीकार करने से मना कर दिया है।
BY NPCI Closed of UPI में NPCI ने क्यों बदले नये नियम
जैसा की NPCI की तरफ से मिल रही जानकारी के अनुसार अब UPI ID में स्पेशल वर्जन स्वीकार नहीं किये जायेंगे। UPI ID में ट्रांजक्शन की क्षमता को बढ़ाने के लिए ये निम्नवत कदम उठाये जा रहे हैं। इससे सम्बन्धित सभी बैंकों को सख्त निर्देश दिए गयें हैं। इसके पहले भी NPCI ने UPI ID वालों के लिए अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर/ अक्षरों को इस्तेमाल करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी कुछ बैंक वाले ऐप नियमों के पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए अब नेशनल पेमेंट्स काँरपोरेशन आँफ इन्डिया ने कुछ यूपीआई ट्रांजक्शन वालों के लिए सख्त नियम उठायें हैं। BY NPCI Closed of UPI में अब केवल ये UPI ID वाले ही लेन-देन कर सकेंगे
BY NPCI Closed of UPI में NPCI के नियमों के मुताबिक अब NPCI ने कहा है। की अब केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर/ अक्षरों से बनी आईडी को ही इस्तेमाल किया जाएगा। अर्थात इससे बनी आईडी वाले उपभोक्ता अपने वित्तीय लेन-देन को कर पाएंगे। इसका मतलब है। की यूजर A-Z और a-z के बीच के अक्षरों और 0 से 9 के बीच के नंबरों का इस्तेमाल करके अपनी आईडी बना सकते हैं। अब NPCI @, #, %, ! और $ आदि जैसे स्पेशल अक्षरों वाली बनी आईडी से लेन-देन करने से मना कर दिया है।
BY NPCI Closed of UPI में उक्त नियमों का पालन न करने सेआपकी आईडी को ब्लाँक भी किया जा सकता है। अर्थात UPI ट्रांजैक्शन करने वालों के लिए 2025 के नियम में कहना है। की आपकी UPI आईडी में केवल अल्फान्यूमेरिक अक्षर ही होने चाहिए। UPI आईडी में @, # या ! वाले अक्षर नहीं मान्य होंगे। इस लिए दोस्तों अपनी NPCI User ID यदि बचाना है। तो BY NPCI Closed of UPI में NPCI के नियमों पर चलना है। नहीं तो आपकी आयीडी कभी भी ब्लांक की जा सकती है।
BY NPCI Closed of UPI में NPCI से सम्बन्धित अन्य जानकारियाँ
BY NPCI Closed of UPI में भारत समेत कई देशों में यूनीफाइड पेमेंट्स इन्टरफेस अर्थात UPI आज के दिन लेंन-देन का माध्यम बन गया है। ये बड़े-बड़े शहरों में ही नहीं बल्कि आज कल गावों में भी UPI का लेन-देन काफी तेज/ अत्यधिक होता जा रहा है। सरकार ने डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफार्म में बहुत सारे यूजर/ उपभोक्ताओं के लिए कई फुर्तेले/ फ़ास्ट नेटवर्किंग की व्यवस्थायें की है।
BY NPCI Closed of UPI में नेशनल पेमेंट्स काँरपोरेशन आँफ इन्डिया ने कुछ यूपीआई ट्रांजक्शन को ख़ारिज करने का फैंसला लिया है। अगले महीने से विशेष अक्षरों से बनी यूपीआई आईडी को वित्तीय लेन-देन के लिए NPCI द्वारा ब्लांक कर दिया जाएगा।
BY NPCI Closed of UPI से सम्बन्धित जानकारियाँ
BY NPCI Closed of UPI में दोस्तों आप भी जान लीजिये BY NPCI Closed of UPI की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है। यह नई स्कीम का फायदा किन-किन लोगों को मिलेगा इस योजना के बारे में भी जानेंगे दोस्तों एक और सरकार प्लान कर रही है। बढ़ते यूपीआई के फ्रॉड के कारण अब यूपीआई से जुड़ा एक तगड़ा फीचर हटाया जाएगा पेमेंट्स के लिए सिर्फ क्यूआर कोड को ही बढ़ावा मिलेगा तो इसी तरह से एक-एक करके यूपीआई से जुड़े आज पांच बड़े अपडेट्स नए नियम को पढ़ते हैं।
जो कि आम आदमी के लिए जानना बहुत ही म महत्वपूर्ण है। दोस्तों साल 11 अप्रैल 2016 की वह तारीख जब भारत सरकार की तरफ से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई लॉन्च किया गया था। और इस लॉन्चिंग ने हमारे देश की तकदीर बदल दी और ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम में क्रांति सी आ गई यूपीआई के बाद और यूपीआई को सबसे बड़ा बूस्ट अप तब मिला जब कोरोना काल के लॉकडाउन से ठीक पहले ही 2016 में यूपीआई को लॉन्च किया गया था।
जब 2020 में लॉकडाउन लगा उस समय डिजिटल पेमेंट काफी ज्यादा करने लगे थे। और आज तो दोस्तों आलम यह है कि यूपीआई का इस्तेमाल सिर्फ भारत में ही नहीं होता है। बल्कि यूएई श्रीलंका भूटान फ्रांस नेपाल सिंगापुर समत कई देशों में अभी यूपीआई यूज में आने लगा है। रूस के साथ-साथ भारत सरकार भी इसके लिए एक एग्रीमेंट पर साइन कर चुका है। इंडोनेशिया लैटिन अमेरिका और अफ्रीका में भी यूपीआई का इस्तेमाल करने के लिए सरकार डिस्कशन कर रही है।
तो ग्लोबल बनता जा रहा है। कुल मिलाकर यूपीआई अब आप कतर में भी यूपीआई पेमेंट कर पाएंगे इसकी भी टेस्टिंग पूरी हुई है। और अभी हाल ही में तो भारत की यूपीआई सेवा को सिंगापुर में तकरीबन 12000 से भी ज्यादा व्यापारियों ने अपनाने के लिए एक डील साझेदारी की है एनपीसीआई इंटरनेशनल और सिंगापुर की हिट पे के बीच यह साझेदारी पूरी हुई है। जिससे वहां भारतीय पर्यटकों को भी क्यूआर कोड आधारित पेमेंट की सुविधा मिलेगी।
BY NPCI Closed of UPI के बारे में यह सब बातें मैं आपको इसलिए बता रहा हूं कि आपको यूपी आईडी की महत्वता समझ में आ जाए कि आज जो हमें सुविधा मिल रही है। किसी को भी मोबाइल नंबर यूपीआई आईडी के जरिए या क्यूआर कोड के जरिए जल्दी पेमेंट कर सकते हैं। यह कोई छोटी-मोटी चीज नहीं है। डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में भारत की एक बहुत बड़ी अच्छी उपलब्धि है। और यही वजह है। कि दिनों दिन आए दिन सरकार और ज्यादा यूपीआई को बढ़ावा देने के लिए कुछ नए नियम कानून नई स्कीम नई योजनाएं लाती रहती है।
अब यूपीआई आईडी से ट्रांजैक्शन करने के लिए अब इंसेंटिव स्कीम को भी केंद्र सरकार ने कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दे दी है। मतलब कि दोस्तों यूपीआई से लेनदेन करने पर अब प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी। अब समझिए किसको और कितनी राशि मिलेगी तो यूपीआई इंसेंटिव स्कीम को सरकार ने 1 साल तक के लिए बढ़ा दिया है। और इसके तहत कोई कारोबारी व्यापारी दुकानदार 2000 या इससे ज्यादा का ट्रांजैक्शन ग्राहक से यूपीआई पेमेंट के जरिए लेता है।
तो दुकानदार को ₹ अलग से मिलेंगे। मतलब कैश बक रिवॉर्ड ऑफर की तरह हो गया है। अब इस योजना के लिए सरकार 1500 करोड़ खर्च करेगी केंद्र सरकार की तरफ से कैबिनेट की बैठक में यूपीआई को प्रमोट करने के लिए इंसेंटिव स्कीम को 1 साल तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब यह स्कीम 31 मार्च 2026 तक जारी रहेगा 1 अप्रैल से आपके बॉलेट पर भी असर पड़ेगा। क्योंकि एनपीसीआई यानी नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से निर्देश जारी किया गया है।
BY NPCI Closed of UPI का कारण
BY NPCI Closed of UPI में सभी बैंकों को इस निर्देश के मुताबिक बैंकों को अब उन सभी मोबाइल नंबर्स को अपने सिस्टम से हटाना पड़ेगा जो नंबर या तो बंद हो चुके हैं। या तो फिर नए ग्राहकों को दोबारा प्रोवाइड किए जा चुके हैं। आज यूपीआई के सिस्टम में इस वजह से भविष्य में हमें बहुत बड़े-बड़े फ्रॉड देखने को मिल सकते हैं। दरअसल बात यह है। कि दोस्तों होता क्या है। कई बार हम क्या करते हैं। जैसे मान लीजिए दो सिम कार्ड हमारे पास दोनों को अलग-अलग बैंक खाते में दोनों के नंबर जुड़े हुए हैं।
दोनों में मैंने यूपीआई एक्टिव कर रखी है। अब दोनों में रिचार्ज करना महंगा पड़ रहा है। तो हम क्या करते हैं। धीरे-धीरे एक सिम कार्ड में रिचार्ज करना ही बंद कर देते हैं। फिर तीन से चार महीने बाद वह सिम कार्ड ऑटोमेटिक बंद हो जाती है। टेलीकम कंपनी उसे बंद कर देती है। फिर क्या होता है। वह नंबर खाली हो जाता है। तो अब आपका एक तो नंबर बंद हो जाता है।
ऊपर से वह नंबर किसी दूसरे व्यक्ति को भी अलॉट कर दिए जाएंगे क्योंकि वह नंबर खाली हो गए तो वह टेलीकॉम कंपनी उन नंबरों कोदूसरे ग्राहक को बेच देती है। नए सिम कार्ड के रूप में इससे होगा यह कि वह आदमी अगर चाहे तो जो मोबाइल नंबर आपके बैंक खाते में जुड़े हुए हैं। लिंक्ड है। या जिन पर आपकी यूपीआई एक्टिव है। तो उसके पास तो अब आसानी से ओटीपी आ जाएगा कोई दिक्कत नहीं होगी वह चाहे तो आपके साथ फ्रॉड भी कर सकता है। इसी तरह के भविष्य में फ्रॉड की घटनाओं से बचने के लिए अब एनपीसीआई की तरफ से देश भर में बैंकों को निर्देश जारी किया गया है।
BY NPCI Closed of UPI के बारे में इस तरह के जो खाली मोबाइल नंबर होंगे या बंद पड़े मोबाइल नंबर्स हैं। उन पर अब कोई भी यूपीआई एक्टिव नहीं होगा। ताकि इस तरह के फ्रॉड के चांसेस ही ना रहे। क्योंकि कोई भी आपके बंद पड़े सिम का इस्तेमाल करके आपके पैसे यूपीआई के द्वारा निकाल सकता है। और आपके साथ फ्रॉड हो सकता है। इस नियम में यह महत्त्वपूर्ण आदेश दिया गया है। कि अब हर सप्ताह मोबाइल नंबर का डाटा अपडेट होगा कि कौन से नंबर खाली हुए हैं। और कौन से सिम कार्ड बंद हो चुके हैं।
उन पर कहीं कोई यूपीआई एक्टिव तो नहीं या उन पर कोई मोबाइल नंबर बैंक में लिंक तो नहीं थे तो जो सिम बंद हो चुके हैं। उन नंबरों को बैंक खाते से डीलिंक किया जाएगा। यानी हटाया जाएगा ताकि उन मोबाइल नंबर के जरिए किसी के बैंक खाते से पैसे नहीं निकाले जाए अतः आप सभी लोग सावधान हो जाएं।
और आप भी एक बार चेक कर ले कि कहीं आपका भी तो कोई मोबाइल नंबर बंद तो नहीं जो बैंक में लिंक किया हुआ है। अगर ऐसा है तो आपके साथ भी फ्रॉड हो सकता है।इस तरह की घटना से बचने के लिए तुरंत बैंक में जाकर अपना मोबाइल नंबर को बैंक अकाउंट से डीलिंक करवाएं अगर आप हमारे चैनल पर नए हैं। तो हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूलें।
भाईयों यदि ये BY NPCI Closed of UPI की मेरी जानकारी अच्छी लगी हो तो अपनी राय/ प्रतिक्रिया अवश्य दीजिये।