KCC Loan

KCC Loan के बदल गये पुराने नियम किसानों के हित में 1 जुलाई 2025 से

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KCC Loan किसान क्रेडिट कार्ड में सरकार ने लिमिट को बढ़ा दिया है। जिसमें किसानों के हित में 3 लाख के स्थान पर अब 5 लाख का KCC Loan सब्सिडी लोन सिर्फ 4% के वार्षिक ब्याज दर पर मिल रहा है। तुरन्त देखें सारे नियम-

KCC Loan स्कीम क्या है

किसानों को शाँट टर्म लोन प्रोवाइड कराना। टारगेट  7.7 करोड़  किसानों को फायदा पहुँचाना। स्टेटस : जून 2025 तक देशभर में 7.4 करोड़ किसानों के पास KCC कार्ड होना चाहिए। लिमिट क्यों बढ़ाई : इसकी लिमिट बढ़ाने से किसानो को कॉमर्शियल फार्मिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा लोन प्रोवाइड/ उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।KCC Loan

KCC Loan के लिए आवश्यक दस्तावेज

Application Form, 2 पासपोर्ट साइज फोटो, वोंटर कार्ड, एड्रेस प्रूफ, आधार कार्ड, पैनकार्ड, रेवेन्यू प्रशाशन द्वारा प्रमाणित जमीन के कागज में से जैसे- इन्त्खाफ़/ खतौनी (तहसील से प्रमाणित),  खसरा,  10 रूपये  के  स्टाम्प  पर एक एफीडेविट (हलफनामा), फसल ब्यौरा, 2 या 3 लाख से ज्यादा लोन की स्थिती में सिक्योरिटी डांकूमेन्टस आदि देकर अपने नजदीकी बैंक में बनवा सकते हैं

KCC Loan Online प्रक्रिया 

आप जिस भी बैंक से KCC Loan कार्ड  स्कीम  लिए  अप्लाई  करना  चाहते  हैं।  उसकी  वेबसाईट  पर  जाना  होगा।  उदाहरण  में  SBI बैंक – https://sbi.co.in/web/personal-banking/home पर जाएँ। इसमें Agriculture & Rural टैब पर जाएँ। वहाँ Crop Loan के आप्शन में जाकर Kisan Credit Card आप्शन चुनें।

KCC Loan के लिए जिसमें अप्लीकेशन फार्म मिल जाएगा। जिसे आप डाऊनलोड कर लीजिये। और वहाँ स्वंम माँगे गये निम्नलिखित दस्तावेजों के अनुसार अपना आवेदन फार्म कम्प्लीट भर दीजिये। 3 या 4 दिनों में बैंक के कर्मचारी खुद आपसे सम्पर्क करके आपका किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) बना देंगे।

KCC Loan Offline 

KCC Loan के लिए अपनी पसन्द के बैंक से अप्लीकेशन फार्म लें या फिर आँनलाइन डाऊनलोड भी कर सकते हैं। फिर प्रिन्ट करके या करवा करके सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ फार्म भरके वहीं बैंक में जमा कर दीजिये।

KCC Loan में सिबिल स्कोर चेक करना

KCC Loan के लिए आपका सिबिल स्कोर (आपके लेन-देन में व्यवहार अच्छा/ साफ़-सुथरा होना) मिनिमम आपका 675 से अधिक होना चाहिए। और अन्य लोगों के लिए 700 से अधिक होगा तभी आपको लोन के लिए पात्र माना जायेगा। यदि किसान का सिबिल स्कोर 750 या इससे अधिक है तो बैंक आपको आसानी से लोन दे देता है।

KCC Loan कार्ड के बारे में

KCC Loan की इस योजना की शुरुवात 1998 में की गयी थी। जिसके तहत किसान 7% के ब्याज पर 5 लाख रूपये तक लोन ले सकते हैं। अगर समय पर किसान कर्जा जमा कर देते हैं। तो उन्हें 4 % का ही ब्याज देना पड़ेगा। ब्याज में 3% छूट के लिए 3 लाख रूपये तक का ही सब्सिडी लोन देने का प्रावधान/ नियम रखा गया है। ये अमाउंट एटीएम, स्मार्ट कार्ड और मोबाइल बैंकिंग के जरिये निकाला जा सकता है।

MSME के लिए 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ तक के किया गया है। जिसमें किसानों के लिए कई तरह के लाभ भी शामिल हैं। स्टार्टप के लिए KCC Loan गारन्टी शुल्क को कम करने की घोंषणा की गयी है। डेरी और फिशरी के लिए 5 लाख तक का लोन और विहार में नेशनल इन्स्टीटियूट आँफ फूड टेक्नालोजी बनेगा।

KCC Loan इन जरूरतों में बहुत काम का है KCC फसल बुवाई के लिए अगर आपको कम समय के लिए पैसों की जरूरत हो तो इस योजना में तुरन्त मिल जाते हैं। फसल काटने के बाद होने वाले खर्चों का इनजाम भी इससे किया जा सकता है। मार्केटिंग के लिए भी Kisan Credit Card के जरिये लोन लिया जा सकता है।

KCC Loan लेकर किसान अपने परिवार की जरूरतों को इस कार्ड का इस्तेमाल करके  पूरा कर सकतें हैं। खेती-किसानों से जुड़ी चीजों के रखरखाव के लिए पूँजी की जरूरत होती ही रहती है। फरवरी 2025 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा पेश हुए बजट के अन्तर्गत ये सुविधायें किसानों के लिये सरकार ने लागू की गईं हैं।

KCC Loan की अन्य जानकारियाँ

KCC Loan उन किसानों को बहुत सारा डाउट यह रहता है। कि केसीसी जिसे किसान क्रेडिट कार्ड बोलते हैं। अगर उनके पास एक बीघा जमीन है। तो कितने रुपए का उनका लिमिट बनता है। यह आज हम चर्चा करेंगे और नए नियम 2025 जारी कर दिए गए हैं। सरकार की तरफ से। अगर आप एक किसान हो और किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं।KCC Loan

तो बट आपको यह नहीं पता है। कि एक बीघा जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड कितने रुपए का बनता है। और आप अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं। कि आपका किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट क्या बनेगी तो आज इस वीडियो में कवर करेंगे। पूरा लेख आपको पढ़ना है। ए टू जेड जानकारी समझाने वाले हैं। दोस्तों किसान क्रेडिट कार्ड लिमिट डिपेंड करती है कि आपके खेत पर कौन सी फसल बोई जा रही है।

क्योंकि फसल दोस्तों अलग-अलग कैटेगरी की होती है। और अलग-अलग रेट की होती है। अगर हम बात करें अरहर की या चने की तो वो फसल थोड़ी महंगी होती है। कोई किसान मशरूम बोता है तो वह फसल और महंगी होती है। कोई गेहूं बोता है। तो वह थोड़ी कम महंगी होती है। कोई सोयाबीन अलग-अलग फसलें दोस्तों देश भर में की जाती हैं। तो डिपेंड ये करेगा कि आपके जिले में आपके यहां पर कौन सी फसल बोई जा रही है।

उसी से इसका रेट  निर्धारित  होता  है।  क्योंकि  देखिए  बैंक  भी जानता है। जब किसान ज्यादा अच्छी फसल बोएगा और ज्यादा पैदावार होगी तो उसकी फसल महंगी बेचेगी तो उसे ऋण जो दिया जाता है। किसी का वो चुकाने में आसानी होगी। तो अब ये आपको पता ये करना है। कि आपके यहां पर जो गेहूं की या आलू की या सोयाबीन जो भी बोया जा रहा है। कौन सी फसलें बो जा रही है।

तो वो निर्धारण कैसे होता है ये कैसे पता चलता है। कि आपके यहां पर सपोज दैट गेहूं बोया जा रहा है। तो वो कितने रुपए का लिमिट बनेगा इसके लिए दोस्तों  आपका  जो  जिला होता है। वहां पर जो बैंकें होती हैं एक आरबीआई रेगुलर सबसे पहले सर्कुलेट जारी करता है। पूरे देश भर के लिए फिर इसके बाद निर्धारण दोस्तों आपके जिले की बैंक जो भी होंगी वो सारा बैठ करके और आपके यहां के जो जिले के डीएम महोदय होंगे वह बैठकर यह निर्धारित करते हैं।

कि इस फसल की इतना रेट तय किया जाए। तो मैं आपको एक पीडीएफ दिखाना चाहूंगा दोस्तों यह कन्नौज उत्तर प्रदेश की है। जनपद कन्नौज का वर्ष 2025 26 हेतु  विभिन्न  फसलों  का  वित्तमान  निर्धारण।  दोस्तों,  यह निर्धारण अलग-अलग बैंकों का अलग-अलग होता है। यह हर साल जारी किया जाता है। यहां पर देखिए फसल का नाम दिया गया है। और वहीं पर धान दलन तिलहन की फसलें दी गई है।

सब्जी  एवं  फल  फूल  तथा  औषधि  की  यहां  पर  लागत  दी  गई है। जैसे अगर कोई व्यक्ति धान की फसल बोता है तो इसके लिए 204-25 में ₹63,770 प्रति हेक्टेयर  की  यहां  दोस्तों बात हो रही है। प्रति हेक्टेयर। देखिए लिखा है रुपए प्रति हेक्टेयर। 1 हेक्टेयर की लिमिट 63770 बनेगी। अबकी बार से 2526 में 68200 कर दिया गया है। मतलब कि इसको बढ़ा दिया गया है।

अगर एक किसान एक हेक्टेयर जमीन पर धान बोता है तो उसकी जो किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट होगी एक फसल की 68,200 होगी। लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड लगभग 4 से 5 साल के लिए बनता है। मतलब एक साल तो एटलीस्ट बनता है। तो अगर किसान दो फसलें करता है। एक धान की करता है सपोदड़ और उसके बाद वह गेहूं बोता है। तो देखिए धान का 68201 हेक्टेयर व गेहूं का लगभग 6856 है।

तो अगर बात करें तो 70000 के अप्रोक्स है तो ₹1400 के आसपास एक साल का लिमिट बनेगा। अगर वह कन्नौज जनपद का रहने वाला है। उत्तर प्रदेश का। अब यह डिपेंड यह भी करता है। दोस्तों कि कन्नौज की भूमि कैसी है? यह निर्धारण यहां पर हर एक जिले का अलग-अलग होता है। कन्नौज का अलग होगा, वहीं कानपुर का अलग होगा, उन्नाव का अलग होगा, लखनऊ का अलग होगा। बरेली का अलग होगा। ये सारे अलग-अलग क्योंकि हर जगह की जमीन अलग-अलग उपजाऊ है।

अलग-अलग फसलें बोई जाती हैं। और अलग-अलग वातावरण है। तो ये निर्धारण हर साल होता है। डीएम महोदय और बैंकों के द्वारा और इसके बाद फिर लिस्ट एक जारी की जाती है। जो कि बैंकों पर उपलब्ध होती है। इसी आधार पर आपकी केसीसी की लिमिट तय की जाती है। अगर कोई किसान सपोज़ दैट अह तिल बोता है। तो ₹18,890 प्रति हेक्टेयर। दोस्तों हेक्टेयर में दिया है।

अब बीघा कैसे आप कन्वर्ट करेंगे? यह भी बहुत इंपॉर्टेंट है। दोस्तों बीघा एक लोकल माप है। हर जगह बीघा अलग-अलग होता है। अगर कानपुर देहात की बात करें तो बीघा कहीं-कहीं 20 विश्वा का होता है। कहीं 18 विश्वा का होता है। और अगर हम औरैया क्षेत्र की बात करें तो वहां पर सात विश्वा का बीघा होता है। तो बीघा लोकल माप है। तो इसलिए आप हेक्टेयर पता कर हेक्टेयर में यहां पर और हेक्टेयर पूरा दोस्तों यूनिवर्सल माप है।

आप कहीं पर भी जाइए हेक्टेयर समान होता है। इस वजह हेक्टेयर में यहां पर डिटेल देगी। अब बीघा कैसे पता चलेगा? यह आपके अकॉर्डिंग पता चलेगा कि आपके यहां बीघा कितने विषुवा का बनाया जाता है। तो उसके आधार पर आप यहां पर उसे कैलकुलेट कर सकते हैं। अगर कोई सपोज दैट किसान सब्जी या फल बेचता है जैसे कोई आलू बोता है तो आलू का लगभग ₹16541 रेट है।

पर हेक्टेयर का कद्दू या लौकी या तरोई बोता है। तो ₹85,000 है। तरबूज या खरबूजा बोता है। तो ₹63,000 है। फूल, पत्ता गोभी ₹1 लाख ₹18,71 है। टमाटर ₹93,000 अलग-अलग फसलों के रेट दोस्तों यहां पर दिए गए हैं। तो किसान क्या बोता है? उसके क्षेत्र पर उसके यहां पर क्या बोया जाता है? उस पर डिपेंड करेगा किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट। और कोई किसान देखिए एलोवेरा लगाता है।

ना एलोवेरा तो ₹46360 प्रति हेक्टेयर उसकी लिमिट बनेगी। कोई रजनी गंधा बोता है तो ₹494930 बनेगी। यह सारा लिमिट है। अब आपको यह कैसे पता चलेगा कि आपके फसल पर कितना कौन सी फसल बोई जाती है? तो यह दोस्तों हर साल सर्वे होता है। लेखपाल के द्वारा जो खसरा खतौनी बनता है। ना खसरा जिसे बोलते हैं। खसरा में यही मेंशन होता है।

KCC Loan का हर साल कि आज क्योंकि देखिए लेखपाल आपके गांव में आता है। और वो पूरा औचक निरीक्षण करता देखता है। कि किसने कौन सी फसल बोई है। वो जाकर खसरे में चढ़ा देता है। तो उस खसरे में ये लिख दिया जाता है। कि इस किसान के खेत में इस गाटा संख्या पर आलू बोया गया है। इस वर्ष है ना धान बोया गया है। तो इसी वजह से जब आप केसीसी बनवाने जाते हैं। बैंक के पास तो वह खसरा और खतौनी की नकल मांगते हैं।

क्योंकि खसरा में यह मेंशन रहता है। कि इस किसान ने इस वर्ष कौन सी फसल बोई है। तो वहां से बैंक को भी पता चल जाता है। कि इस किसान ने यह फसल बोई है। और उसी फसल के आधार पर आपकी लिमिट तय कर दी जाती है। क्योंकि हर एक फसल के अकॉर्डिंग यहां पर लिमिट या लिस्ट दी गई है। जो कि निर्धारित पहले से कर ली गई है। तो इस प्रकार से निर्धारण होता है हर एक हेक्टेयर का कि इस हेक्टेयर का जो लिमिट है।

KCC Loan का वो इतना बनेगा। आशा करता हूं डिटेल आपको समझ में आ गई होगी। मैं फिर से एक बार निष्कर्ष आपको बता देता हूं सारी चीजें। दोस्तों ये टोटल डिपेंड करेगा कि आपके यहां हर वर्ष देखिएगा इसका निर्धारण होता है। हर वर्ष लिमिट कम ज्यादा भी हो सकती है। अगर किसी वर्ष फसल अच्छी होती है। तो वहां पर लिमिट आपकी बढ़ सकती है। और किसी वर्ष कम भी हो सकती है।

हालांकि केसीसी एक बार सपोज दैट आपका ₹ लाख का एक हेक्टेयर का बना दिया गया तो 5 साल के लिए वैलिड होता है। 5 साल के बाद उसे रिन्यू किया जा सकता है। लेकिन लिमिट बढ़ा भी 10% हर साल फिर बढ़ती रहती है। अगर आपका रिकॉर्ड अच्छा रहता है। KCC Loan दोस्तों किसानों के लिए फसल बुवाई जुताई खाद बीज आदि के लिए दिया जाता है।

तो लिमिट निर्धारण का आपको पता चल गया होगा कि किस प्रकार से आप न लिमिट निर्धारित होती है। तो अगर आपके पास एक बीघा जमीन है। सपोज़ दैट आपके यहां जो बीघा चलता है। वो हेक्टेयर का 1/4 से चलता है। है ना? जो हेक्टेयर है उसका 1/4 भाग एक बीघा के बराबर है। तो आप जैसे अगर धान की फसल बो रहे हैं।

तो ₹68,200 और एक गेहूं की फसल बो रहे हैं। 6856 लगभग ₹1400 के आसपास पूरे साल का बन रहा बजट। लेकिन यह हेक्टेयर में दिया गया है। है ना? हेक्टेयर में तो इसका 1/4 कर देंगे। तो 1/4 का मतलब लगभग आपका यह 35 से ₹400 एक बीघे के लिमिट बन जाएगा। अगर आप ये दो फसलें बोते हैं। अगर फसलें अगर आप ज्यादा मतलब महंगी फसलें बोते हैं।

जैसे केला लगाते हैं, आलू लगाते हैं। तो उसी अकॉर्डिंग उसका फसल का रेट जोड़ा जाएगा और उसका जो भी निर्धारण होगा। वो पूरा कर लिया जाएगा। तो इस प्रकार से आप यह निर्धारित कर सकते हैं। इस प्रकार से बैंक निर्धारित करती है। कि आपके यहां पर फसल कितनी बोई जाती है। और उस पर एक बीघा में उस किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट क्या होगी।

KCC Loan के नए नियम इस वजह से मैंने बोला क्योंकि हर एक जिले की दोस्तों फसल पैदावार की लिमिट की जो सूची है। वह निर्धारित कर दी गई आ चुकी है। तो यह लेख यह जानकारी अगर आपको पसंद आई हो तो प्लीज लेख को लाइक शेयर जरूर करें। कोई भी डाउट है तो कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।

दोस्तों मेरी इस KCC Loan की जानकारी में अपनी राय और प्रतिक्रिया अवश्य करें। जिससे मैं आयी हुयी कमियों में हम सुधार कर सकें।

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