Change Your UPI ID के बारे में
Change Your UPI ID में हम एक बहुत ही बड़ी खबर के बारे में बात करने वाले हैं। यह खबर आपका यूपीआई ट्रांजैक्शन के नियम से रिलेटेड है। जो कि 1 जून 2025 से पूरे भारत में Change Your UPI ID के कुछ नियम लागू हो जायेंगे।
Change Your UPI ID में दोस्तों एनपीसीआई ने जिसे हम नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया कहते हैं। जो कि एक रेगुलेटरी बॉडी होता है। चाहे जो भी आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं। किसी भी तरह का यूपीआई ट्रांजैक्शन करते हैं।
सबको रेगुलेट करता है। एनपीसीआई ने बोला है कि अब जो यूपीआई ट्रांजैक्शन है। उसके Change Your UPI ID के नियम में हमने एक बड़ा बदलाव किया है। और अगर आप जो यूपीआई आईडी रखते हैं।
Change Your UPI ID के नियम
अगर उसमें एक स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल करते हैं। तो इस तरह की जो ट्रांजैक्शन है ऐसी यूपीआई आईडी Change Your UPI ID के होगी उनको ब्लॉक कर दिया जाएगा। उनसे अब आप ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे। उनको ब्लॉक कर दिया जाएगा 1 जून 2025 से आगे इस खबर में क्या चीज है।
चलो डिटेल में देखते हैं। तो यहां पे साफ-साफ आप पढ़ पा रहे होंगे। कि जो यूपीआई पेमेंट का ऑप्शन है यह देखो बहुत तेजी से ये यूज होता है। पूरे भारत में लेकिन एनपीसीआई ने कहा है कि 1 जून से उन ट्रांजैक्शन को ब्लॉक करने जा रही है। ऐसे ट्रांजैक्शन जिनमें स्पेशल कैरेक्टर का यूज किया जाता है।
Change Your UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर
तो चलिए देखते हैं। कि आखिर यह स्पेशल कैरेक्टर क्या होता है। तो यहां पे एग्जांपल के थ्रू इजली समझाया गया है। कि एक स्पेशल कैरेक्टर वाला यूपीआई आईडी और अल्फा न्यूमेरिक कैरेक्टर वाला यूपीआई आईडी क्या होता है। इसमें फर्क क्या होता है।
तो यहां पे उदाहरण आप देखोगे तो आपको साफ तौर पर समझ में आएगा। जो स्पेशल कैरेक्टर वाला यूपीआई होता है। उसमें @ डर या इस तरह के साइन यूज होते हैं। तो इसे हम कहते हैं स्पेशल कैरेक्टर और जिस भी यूपीआई आईडी में यह स्पेशल कैरेक्टर होंगे तो उसको कैंसिल कर दिया जाएगा।
Change Your UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर
तो यहां पे जैसे कि फॉर एग्जांपल यूपीआई @ 2345 फिर यह साइन लगा है। फिर हैज है ए बी सी डॉलर सीडी तो यह वाला अब नहीं चलेगा ठीक है। अल्फा न्यूमेरिक कैरेक्टर वाला अगर यूपीआई आईडी है। मतलब यूपीआई 1 2 3 4 फिर कुछ न्यूमेरिक वैल्यू लिखा है। फिर ए बी सीडी लिखा है। तो इसको आप यूज कर सकते हो।
NPCI के नियमों के मुताबिक अब NPCI ने कहा है। की अब केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर/ अक्षरों से बनी आईडी को ही इस्तेमाल किया जाएगा। अर्थात इससे बनी आईडी वाले उपभोक्ता अपने वित्तीय लेन-देन को कर पाएंगे। इसका मतलब है। की यूजर A-Z और a-z के बीच के अक्षरों और 0 से 9 के बीच के नंबरों का इस्तेमाल करके अपनी आईडी बना सकते हैं।
अब NPCI @, #, %, ! और $ आदि जैसे स्पेशल अक्षरों वाली बनी आईडी से लेन-देन करने से मना कर दिया है। उक्त नियमों का पालन न करने से आपकी आईडी को ब्लाँक भी किया जा सकता है। अर्थात NPCI द्वारा UPI ट्रांजैक्शन करने वालों के लिए 2025 के नियम में कहना है। की आपकी UPI आईडी में केवल अल्फान्यूमेरिक अक्षर ही होने चाहिए। UPI आईडी में @, # या ! वाले अक्षर नहीं मान्य होंगे।
इस लिए दोस्तों अपनी यूजर आईडी यदि बचाना है। तो NPCI के नियमों पर चलना है। नहीं तो आपकी आयीडी कभी भी ब्लांक की जा सकती है।
इस तरह का चल जाएगा एनपीसीआई ने बोला है। कि जितने भी पेमेंट इकोसिस्टम प्लेयर है। उन्हें केवल और केवल अल्फा न्यूमेरिक कैरेक्टर वाला जो यूपीआई आईडी है। वही यूज करना होगा। यानी कि इस तरह का जो साइन है। अब यह इनवैलिड होगा। इसको आप यूज नहीं कर सकते हो केवल और केवल अक्षर या फिर जो संख्याएं हैं।
मतलब कि ए बी सीडी का लेटर वगैरह हो गया या फिर टूथ नंबर जो होते हैं। वही वैलिड होगा। उन्हीं को आप यूज कर सकते हो। तो अगर आपने भी अगर चेंज नहीं किया है। अपना UPI ID अभी तक तो उसे चेंज कर लीजिए। 1 जून 2025 से पहले अदर वाइज आपका जो भी ट्रांजैक्शन होगा।
वह फेल हो जाएगा अगर आपके यूपीआई आईडी में स्पेशल कैरेक्टर वगैरह है। तो इस खबर में बस इतना ही था और यहां पर एक एडिशनल खबर दिया गया है। कि दिसंबर 2024 के डाटा के अनुसार बात करें तो जो टोटल यूपीआई ट्रांजैक्शन था।
वह 16.73 अरब का जो रिकॉर्ड है। वहां तक पहुंच गया है। और यह नवंबर में जितना भी ट्रांज क्शन हुआ था। उसका 8 पर से ज्यादा है। मतलब कि जो दिसंबर में टोटल ट्रांजैक्शन गवर्नमेंट के पास आया है। डाटा वह बताता है कि जितना ट्रांजैक्शन नवंबर में हुआ था।
उससे ज्यादा ट्रांजैक्शन दिसंबर में हुआ है। मतलब 8 पर ज्यादा तो खबर यही समाप्त होता है मिलते हैं नेक्स्ट लेख में इसी तरह के और इंटरेस्टिंग लेख के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।
दोस्तों मेरी इस Change Your UPI ID की जानकारी में अपनी राय और प्रतिक्रिया अवश्य करें। जिससे मैं आयी हुयी कमियों में हम सुधार कर सकें।