e-UPI

e-UPI सबसे अच्छा और सेक्योर, UPI के स्थान पर जानें कैसे

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e-UPI: आज के इस वर्तमान समय में अत्यधिक चारसौ बीसी/ फ्राड/ क्राईम/ घोटाला बढ़ गया है। जिसके चलते लोग अपने पैसे के लेन–देन/ मँगाना और भेजने का काम बड़ी सावधानी से करना चाहते हैं। फिर e-UPI के लेन-देन से  लोग हादसे का सिकार हो ही जाते हैं।

e-UPI से जुड़ी जानकारियाँ

  • दोस्तों  आज  के  समय  में जो  e-UPI आया  है। वह UPI का ही एक दूसरा रूप / वर्जन  है। e-UPI  की  शुरुवात  मोदी  जी  ने  2  अगस्त 2021  में  और   UPI   बहुत  पहले  से अर्थात 11 अप्रैल  2016 में हुयी है।  इन  दोनों  को  बनाया  है।
  • NPCI   ( National Payments Corporation of India )   ने  ये  दुनिया  के अन्दर जितने भी पैयमेंन्ट होते हैं।

E UPI

NPCI

  • ये उन  सभी  को कन्ट्रोल करती  है। इसी  लिए  इसको  छतरी  का  नाम  दिया  गया  है।   कोई  भी व्यक्ति कहीं से कितना भी पैसा ट्रांसफर करे वह सब इसी के अन्डर में आता है।
  • इससे   कोई   भी  सुविधा  भेजनी  होगी।  तो  एन्डरायड  फोन  में QR (Quick Response Code)  कोड  द्वारा  या  कीपैड    फोन   में  SMS  (Short Message Service)  के  द्वारा  भेजी  जा  सकती है।  E UPI के  द्वारा  कोई  भी  कार्य  धोखाधडी  या  पैसे  का लेन – देन / भेजना और मँगाना बिलकुल 100 % सेफ़ होता है।
  • जैसे जब  भी  कोई सरकार  सुविधा देती है।  चाहे  रुपया  पैसा  किसान हित में या दवाई आदि में तब सरकार के कहने से NPCI दो लोगों को भुगतान वाला QR कोड / SMS भेजती है।
  • किसान   को   किसान   हित   में  तथा  दवा  / इलाज  करने  वाले  व्यक्ति  आदि को उसके  पास उपलब्ध फोन के अनुसार भेजती है। ताकि वह दिए गये पैसे का मिसयूज / दुरपयोग न कर सकें।
  • क्योकि  भेजा  गया  कोड  उन्हीं  दो  लोगों  के   पास  मैच  करेगा जिसके पास  NPCI और  e-UPI के  तहत/ अनुसार  भेजेगी।  जैसे  मेडिकल  पर और  किसान   को  यूरिया /  खाद  विक्रेता  तथा  शिक्षा  के क्षेत्र में, बाकी तीसरी जगह / अन्य  आदमी  के  पास  / थर्ड पर्सन के लिए इनवैलिड / अमान्य बतायेगा / हो जाएगा।

e-UPI और NPCI  का  QR  कोड

  • ये बनाने  के लिए केवल बैंको को ठेका दे रखा है। और  बहुत  सारी  कम्पनियां  जैसे  डेल  आदि भी कोड बनाने के लिए बैंको को पैसा दे देती हैं।

E UPI

  • आज   के  बहुत  साल  के  पहले  सरकारों ने इतनी सुविधा / टेक्नोलोजी नहीं विकसित कर पाई तब सरकार पैसा भेजती थी 100 रूपये में 55 रूपये  ही  ग्राहक  को मिलते थे अब 100 / जितने भेजती है उतने ही मिलते हैं। इसमें पूरा कार्य NPCI के थ्रू होता है।
  • इसके  लिए  कोई  अप्लीकेशन / रजिस्ट्रेशन की जरुरत नहीं होती है। और कितने भी अमाउंट तक का QR कोड बना दीजिये कोई लिमिट नहीं है।
  • इसे  केवल  स्पेस्फिक  काम  के लिए ही महत्वपूर्ण व्यक्तियों को देने के लिए  इस्तेमाल किया जाता है। आज देश / इण्डिया काफी डिजटल / नयी  टेक्नोलोजी  में  आगे  निकल  चुकी  है। की धीरी – धीरे क्राईम / घोटाला / पैसे की लूट घसोट आदि ठग विद्दा कम होती जा रही है।

Kinds of Scam (घोटालों के प्रकार)

1 Job Scam

  • आज   के समय में बहुत सारे लोग नौकरी का झाँसा / लालच   देकर    पैसों  /  रुपयों    का   ठगने   का  कार्य  कर  रही  हैं।

2  Phone Scam

  • आजकल   बहुत  सारे   Scamar/  घोटालेबाज  मोबाईल  फोन इनाम में निकला है आदि का प्रलोभन / लालच देकर ठगी कर रहे हैं।

E UPI

3  Lucky Draw Scam

  • वर्तमान  समय  में  इनाम में / लकी  ड्रा  में  लाखों करोंड़ों का लालच दे फसा लेते हैं। की लाखों का इनाम जीत चुके हो इस लिन्क पर क्लिक करें और फास जाते हो।
  • निम्नलिखित  रूप  से अन्य और Scam (घोटाला) हैं जिनके कई लोग आयेदिन शिकार हो जाते हैं।

4  Emotional Manipulation Scam   5 Tech Support Scam 6  Fake Charity Scam  7 Digital Arrest Scam    8   Cod or Parcel Scam    9   Investment Scam   10 Accidental Money Transfer Scam     11   Loan and Card Scam       12 Social Media Blackmail Scam   13 Phishing Scam

मित्रों अगर e-UPI की  जानकारी अच्छी लगी हो तो अपनी राय / प्रतिक्रिया कमेन्ट बॉक्स में अवश्य दें।

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