Outsourcing workers is Rs 16-18000 में यूपी के लाखों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को बड़ी राहत। अब मिलेगा ₹18,000 प्रतिमाह वेतन। एक बड़ी खबर Outsourcing workers is Rs 16-18000 की सामने आई है।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 के लिए वेतन वृधि के बारे में
Outsourcing workers is Rs 16-18000 में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी ने ऐसे कौन-कौन से कर्मचारी हैं। जिनके मानदेव वृद्धि को लेकर यहां पर बोले हुए हैं और उसके बाद हम लोग देखेंगे कि ऐसे कौन-कौन से कर्मचारी हैं जिनके मानदेव वृद्धि में Outsourcing workers is Rs 16-18000 बढ़ने की संभावना है।
जो उत्तर प्रदेश के हर उस आउटसोर्सिंग कर्मचारी के चेहरे पर मुस्कान ला सकती है जो सालों से कम वेतन में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। चाहे नगर निगम के सफाई कर्मचारी हो या कंप्यूटर ऑपरेटर, ड्राइवर या अन्य स्टाफ सभी के लिए अब उम्मीद की किरण नजर आ रही है।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 शासन से निर्धारित बजट
स्थानीय निकाय सफाई कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अजय राजभर ने जानकारी दी है कि सरकार जल्द ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन ₹18,000 प्रतिमाह तय कर सकती है। 11 अप्रैल को संगठन के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री के विशेष सचिव को ज्ञापन सौंपा था जिसमें वेतन, स्थायित्व और सुविधा की मांग रखी गई थी। इस ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए 16 जून को लखनऊ में वार्ता हुई।
पहले शासन की ओर से ₹16000 की बात कही गई। लेकिन बाद में ₹18,000 पर सहमति बन गई। ₹18,000 प्रतिमाह वेतन जुलाई से लागू होने की उम्मीद। सोचिए वही कर्मचारी जो अब तक 1001000 में गुजारा कर रहे थे। उनके जीवन में अब राहत और सम्मान दोनों आने वाला है। यह सिर्फ वेतन नहीं यह उनके आत्मसम्मान की कीमत है। अब देखना यह होगा कि सरकार कब तक इस पर औपचारिक आदेश निकालती है।
अगर आप भी किसी आउटसोर्सिंग कर्मचारी को जानते हैं तो यह खुशखबरी जरूर शेयर करें। श्रेणी फोर में 10थ पास या फिर समकक्ष आठवीं, छठी, चौथी पास वालों को जिसमें आपको मिनिमम 15,000 सैलरी मिलेगी। तो इस प्रकार से सैलरी को चार श्रेणी में बांटा गया है। मतलब ये कि ये फिक्स सैलरी कर दिया। अभी क्या है? जो प्राइवेट कंपनियां हैं । जो यूपी गवर्नमेंट में आउटसोर्सिंग की भर्तियां कराती हैं, फिर करती है।
उनमें सैलरी का कोई क्राइटेरिया नहीं होता है। कभी टाइम पे सैलरी नहीं मिलती है। जिससे कर्मचारी परेशान होते हैं। उनका हरासमेंट होता है जिससे दो-ती महीने वो छोड़ के चले जाते हैं। या फिर कोई वैकेंसी भी किसी कंपनी के द्वारा निकाली जाती है। उसमें कोई अगर व्यक्ति भर्ती होने के लिए जाता है उनसे पैसे की डिमांड की जाती है। फिर भ्रष्टाचार होता है।
कोई ओपन भर्ती नहीं होती है। उसका कोई प्रोसीजर नहीं होता है। मतलब बहुत चीजें होती हैं। जब यह निगम बन जाएगा तो फिर सारी चीजें अफेक्टेड होंगी और इससे कहीं ना कहीं जो अभ्यार्थी रहेंगे जो कर्मचारी बनेंगे उनको इसका सीधा फायदा मिलने वाला है। तो दोस्तों ये कुछ अपडेट थे यूपी आउटसोर्स में जो भर्तियां आ रही है फिर आने वाली है या फिर आप ज्वाइन करना चाहते हैं तो उससे रिलेटेड जो कि मैंने आपको बता दिया है।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 की अन्य जानकारियों के बारे में
Outsourcing workers is Rs 16-18000 में तो सबसे पहले हम लोग इस लेख को पढ़ लेते हैं। उसके बाद मैं आप लोगों को बताऊंगा कि ऐसे कौन-कौन कर्मचारी हैं। जिनके मानदेव बढ़ोतरी को लेकर कुछ संभावना बनी हुई हैं। तो चलिए सबसे पहले हम लोग इस लेख को Outsourcing workers is Rs 16-18000 के लिए पढ़ लेते हैं।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 के अन्तर्गत यदि आप लोग इस चैनल पर नए होंगे तो चैनल को सब्सक्राइब करके बेल आइकन को जरूर प्रेस करिएगा चलिए हम लेख को पढ़ते हैं। पहले होम गार्ड पीआरडी जवान ग्राम चौकीदार शिक्षा मित्र बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशक आशा वर्कर आंगनवाड़ी एनएम और संविता से जुड़े प्रदेश के अंदर मेधावी छात्र छात्राओं के लिए इस कोटी की एक स्कीम हम लोग इस बजट में प्रावधान किए हैं।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 के लिए 400 करोड़ रुप की व्यवस्था की गई है। जिसमें महारानी लक्ष्मी भाई के नाम पर इस योजना को प्रदेश सरकार चलाएगी और इस का को आगे बढ़ाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह की योजना 000 रूपये से बढ़ा कर के एक लाख रुपए का प्रावधान और इसके लिए भी हम लोगों ने अब तक 4 लाख से अधिक गरीब बेटियों की शादी इसके माध्यम से की है।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 अब इस राशि को बढ़ा कर के किया गया इसके लिए धनराशि का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा अब तक विधवा पुनर्विवाह में जो प्रोत्साहन दसी 11000 थी और जो राशित महिलाए थी उनकी पुत्रियों के लिए जो सहायता दी जाती थी उसकी राशि 10000 थी अब इसको ही बदल करके हमने उसको एक एक लाख कर दिया है। एक एक लाख की राशि हम लोग विधवा विवाह के लिए यानी पुनर्विवाह के लिए और विधवा महिलाओं की यानी राशित महिलाओं की जो पुत्रियां थी।
उनकी शादी के लिए भी अनुमन्य सहायता की राशि को एक लाख रुप तक करने के लिए हम लोगों ने कार्य किया जा रहा है। प्रावधान किया गया है मुझे बताते हुए प्रसन्नता है। कि इस बजट में हम लोगों ने उत्तर प्रदेश के अंदर सात जनपदों वाराणसी मेरठ प्रयागराज गोरखपुर कानपुर झांसी आगरा में श्रमजीवी महिलाओं के लिए यानी कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनाने के कार्यक्रमको भी इस बजट में प्रावधान किया है।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 में यह योजना समर्पित होगी पुण्य लोका माता अहिल्याबाई होलकर के नाम पर माता अहिल्या भाई होलकर का य 300 वा जन्म जयंती वर्ष है। उनकी स्मृति को नमन कर योजना हम इसके साथ करने जा रहे हैं। और इसके साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ती और सहायकों के अतिरिक्त मानद के लिए भी 971 करोड़ रुप की व्यवस्था इस बजट में हम लोगों ने यहां पर प्रावधान किया है।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 में ग्रुप C पोस्ट
Outsourcing workers is Rs 16-18000 के बारे में मुझे बताते हुए प्रसन्नता है। कि इस बजट में होमगार्ड पीआरडी जवान ग्राम चौकीदार शिक्षा मित्र बेसिक शिक्षा विभाग के अनुदेशक आशा वर्कर आंगनवाड़ी एनएम और संविता से जुड़े हुए उन सभी कार्मिकों स्वच्छ जितने भी स्वच्छता के कार्यक्रम के साथ जुड़े हुए कार्मिक हैं। इन सभी कार्मिकों को हम लोगों ने अनिवार्य रूप से 5 लाख रुप के आयुष्मान भारत का कवर हर वर्ष देने की बड़ी योजना को भी आज के इस बजट में उसका प्रावधान किया है।
और इसमें 5 लाख रुप तक की उनको निशुल्क स्वास्थ्य की सुविधा उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से देने की घोषणा इसमें की गई है। बजट में एक और चीज का प्रावधान किया गया है। कि प्रदेश के अंदर आउटसोर्सिंग से जुड़े हुए जितने भी कार्मिक होंगे उनके न्यूनतम मजदूरी को सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के अंदर हम लोगों ने एक व्यवस्था की कि वह एक व्यवस्था के साथ हम लोग करने जा रहे हैं।
कि जिससे एक हम लोग प्रदेश के अंदर ही उस प्रकार की व्यवस्था करेंगे कि जिससे न्यूनतम पारिश्रमिक उन कार्मिकों को16000 से लेकर के 18000 के दायरे में सीधे उनके अकाउंट में मिल सके और इसके लिए निगम की का गठन करने के बाद इस कार्यक्रम को सीधे राज्य सर सकार अपने माध्यम से उसको संचालित करेगी।
Outsourcing workers is Rs 16-18000 के अन्तर्गत आउटसोर्सिंग की कोई भी कंपनी होगी। केवल सेवा के रूप में आउट सोरसर के रूप में जो शुल्क उसका होगा। उसको राज्य सरकार अलग से अदा करेगी लेकिन धनराशि यह पूरी की पूरी कार्मिक के खाते में जानी चाहिए। इस योजना के इसके साथ हम लोग जोड़ने जा रहे हैं। तो उम्मीद करता हूं कि आप लोगों ने लेख को पूरा पढ़ा होगा और जैसे ही कोई बड़ी अपडेट आती है।
किसी भी आउटसोर्सिंग संविता कर्मचारी के मानद बढ़ोतरी को लेकर तो सबसे पहले मैं आप लोगों को इसी चैनल पर बताऊंगा। तो आप लोगों से एक रिक्वेस्ट रहेगा। कि यदि आप लोग इसचैनल पर नए हो तो चैनल को सब्सक्राइब करके बेल आइकन को जरूर प्रेस कर लीजिएगा
दोस्तों मेरी इस Outsourcing workers is Rs 16-18000 की जानकारी में अपनी राय और प्रतिक्रिया अवश्य करें। जिससे मैं आयी हुयी कमियों में हम सुधार कर सकें।