UPI Limit

UPI Limit में हुआ बदलाव इसके ज्यादा उपयोग से आयेगा नोटिस

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UPI Limit के बारे में

दोस्तों ट्रांजैक्शन करने में UPI Limit क्या है। इनकम टैक्स और जीएसटी लॉ के हिसाब से आज के लेख में UPI Limit के बारे में डिटेल से चर्चा करने वाले हैं।
UPI Limit में अगर आप ज्यादा अपने सेविंग अकाउंट या अपने करंट अकाउंट में यूपीआई यूपीआई खेल रहे हैं। तो आपको इनकम टैक्स और जीएसटी की तरफ से दोनों से प्रॉब्लम हो सकती है।

और खासकर दोस्तों बात करेंगे UPI Limit जो रिसेंटली अभी सरकार ने चेंज / बदल दी है। काफी सारी लिमिट गवर्नमेंट ने बढ़ा भी दी है। उसके बारे में यह लेख बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट होने वाला है इसलिए मैं आशा करता हूं। कि लेख को आप पूरा पढ़ेंगे। जितने आप अपनी यूपीआई में ट्रांजैक्शन कर रहे हो ना खासकर स्टूडेंट्स जो रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैक के चक्कर में दुनिया भर की ट्रांजैक्शन कर रहे हैं।UPI Limit

यूपीआई के थ्रू अपने अकाउंट में उनको इनकम टैक्स और जीएसटी की तरफ से प्रॉब्लम आ सकती है। तो चलिए शुरू करते हैं। सबसे पहले जो लेटेस्ट अभी UPI Limit को चेंज किया गया है। उसमें सरकार के द्वारा यूपीआई की पहले फुल फॉर्म आपको पता होनी चाहिए। UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस एक ऐसा ऐप है। जिसके बारे में बनाया गया है।

हमारी सरकार ने एनपीसीआई के द्वारा दैट इज नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया जो एक ऑर्गेनाइजेशन है। जो पूरे को ऑर्गेनाइज करती है। और हमारी जितनी भी डिजिटल UPI की ट्रांजैक्शंस होती है। उनको मॉनिटर करती है। हमारी संस्था जैसे शेयर मार्केट को कौन ऑर्गेनाइज करता है। शेयर मार्केट की देख रेख में कौन काम करता है।

सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया तो ऐसे ही यूपीआई को या फिर यूपीआई की जितनी भी डिजिटल ट्रांजैक्शंस होती है। उसको यहां पर NPCI देखरेख करता है। इंडिया के अंदर एनपीसीआई ने यूपीआई ऐप को डेवलप किया है। दोस्तों जिसके बेसिस पर आप लोग दुनिया भर के मल्टीपल ट्रांजैक्शन कर रहे हैं।

UPI Limit paytm आदि पर

राइट अब अपने फोन पे, paytm से तो पहली बात करते हैं। कि NPCI के द्वारा यानी कि नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने दोस्तों यहां पर एक UPI Limit सेट कर रखी है। पर डे की यानी कि आप अपने अकाउंट से किसी को पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं। मान लेते हैं आप अपने किसी फ्रेंड को पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं। तो एनपीसीआई ने यूपीआई के अंदर एक लिमिट अर्थात UPI Limit सेट कर रखी है।

मैक्सिमम ₹1 लाख पर डे यानी कि आप ₹1 लाख मैक्सिमम ट्रांसफर कर सकते हो अपने अकाउंट से अगर किसी को भेज रहे हो यूपीआई के थ्रू और गाइज इसके अंदर भी कुछ आपने पॉइंट इंपोर्टेंट क्या है। कि बैंक टू बैंक यहां पर डिपेंड करेगा। कि कितनी UPI Limit आपके अकाउंट में सेट की गई है।

आपके बैंक के द्वारा और कौन सा यूपीआई ऐप आप यूज कर रहे हैं। सो बेसिकली एडीएफसी, आईआईसी और एसबीआई मतलब जितने भी सारे बैंक हैं। ना उन पर गवर्नमेंट ने उनको अपनी कुछ छूट दे रखी है। कि आपके ऊपर डिपेंड करता है कि आप जो ₹1 लाख पर डे की मैक्सिमम UPI Limit है। यूपीआई के थ्रू वो तो एनपीसीआई के द्वारा रखी गई है। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन आँफ इंडिया ने रखा है।

UPI Limit बैंक के अन्तर्गत

उसके अगेन गवर्नमेंट ने क्या बोल रखा है। बैंक को अलाउ कर रखा है। कि बैंक आप अपनी लिमिट डिफाइन कर सकते हो 20000 से लेके 1 लाख के बीच में कुछ भी रख सकते हो। तो गाइज वैसे तो लिमिट कितनी हुई ₹1 लाख पर डे की एज पर बैंक अगर आप यूपीआई से ट्रांसफर कर रहे हैं। और गाइज कुछ केसेस के अंदर क्या है। 1 लाख पर डे भी आप ट्रांजैक्शन कर सकते हो यूपीआई के थ्रू अब वो कौन-कौन सी है।

आप कैपिटल मार्केट में कोई ट्रांजैक्शन कर रहे हो किसी बिजनेस के लिए आप किसी को ट्रांसफर कर रहे हो तो ₹ लाख मैक्सिमम पर डे आप ट्रांसफर कर सकते हो। इसके अलावा फॉरन इनवर्ट रेमिटेंसेस कर रहे हो या कार परचेज करना चाहते हो मतलब कैपिटल मार्केट को रिलेटेड अगर ट्रांजैक्शन कर रहे हो तो वहां पर आपकी 1 लाख पर डे यूपीआई ट्रा ट्रांजैक्शन करने की लिमिट रखी गई है।

अब गाइज इसके अलावा रिसेंटली जो सरकार ने अभी सितंबर से एप्लीकेबल कर दिया एक नई UPI Limit है। जिसमें अगर आप किसी एजुकेशन इंस्टीट्यूशन को पे कर रहे हो यानी कि आप बच्चे की स्कूल की फीस पे कर रहे हो। अब चाहे नेशनल लेवल की पे कर रहे हो चाहे इंटरनेशनल लेवल की पे कर रहे हो हॉस्पिटल को अगर आप पे कर रहे हो और इवन आप किसी आईपीओ के लिए पैसा पेमेंट कर रहे हो या ट्रांसफर करना चाहते हो यूपीआई के थ्रू तो गाइ उसके अंदर भी आप ₹ लाख पर डे यूपीआई से ट्रांसफर कर सकते हो।

और साथ ही आरबीआई के जो रिटेल डायरेक्ट स्कीम में अगर आपको पैसा इन्वेस्ट करना है। तो उसके लिए भी गवर्नमेंट ने यहां पर ₹ लाख की लिमिट रखी गई है। और इवन अगर आप गवर्नमेंट को टैक्स पे कर रहे हो तो गाइस उसमें भी आप ₹ लाख पर डे की यूपीआई से ट्रांसफर कर सकते हो। यानी की यह सब गवर्नमेंट कह रही है।

भैया हम टैक्स दे रहे हैं ना तो 5 लाख तक दे दोगे लेकिन आप ने अपने किसी दोस्त को भेजा है। तो 1 लाख से ऊपर नहीं भेज पाओगे। वाह भाई सरकार तो गाइज ये गवर्नमेंट के कुछ रूल थे जो यूपीआई ट्रांसफर और ट्रांजैक्शन करने की लिमिट पर डे के हिसाब से रखी गई है। अच्छा अब बात कर लेते हैं।

UPI Limit में अधिकतम ट्रांजैक्शन

क्या है इनकम टैक्स लॉ के हिसाब से और जीएसटी लॉ के हिसाब से कि हम कितनी ट्रांजैक्शन करें। ताकि इनकम टैक्स और जीएसटी की तरफ से हमें कोई नोटिस ना आए। दोस्तों वैसे तो यूपीआई ट्रांजैक्शन की बात मैं करूं तो आप बैंक में एफडी करवाते हो जिसमें आप पैसा अपने खाते से कटवा देते हो। कैश ट्रांजैक्शन की आप कर रहे हो जिसमें क्रेडिट कार्ड की ट्रांजैक्शन कर रहे हो। शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट कर रहे हो। म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट कर रहे हो।

दोस्तों इन सबके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने रूल बनाया है। कि आप इतना मैक्सिमम लिमिट आप ट्रांसफर कर सकते हो। लेकिन आपको पता है। यूपीआई के लिए एज सच सरकार ने कोई भी यहां पर रूल नहीं बनाए हैं। इनकम टैक्स और लॉ और जीएसटी लॉ की बात करूं इसका मतलब कोई भी लिमिट नहीं रखी गई है। इनकम टैक्स के अंदर और ना ही जीएसटी के अंदर आप यूपीआई से अधिकतम ट्रांसफर कर सकते हो।

यानी कि आप अपने अकाउंट से जितना मर्जी यूपीआई खेल सकते हो। आप जितना मर्जी पैसा ट्रांसफर कर सकते हो। अब गाइज आपको लेकिन यहां पे किन बातों को ध्यान रखना है। देखिए यूपीआई से अगर आप ट्रांस ट्रांजैक्शन कर रहे हो अपने सेविंग अकाउंट में एक बार 10000 से ज्यादा तो गाइज इनकम टैक्स की उसपे निगरानी है।

पहली बात तो ये दूसरी बात ये अगर आपके अकाउंट में बहुत सारी मल्टीपल ट्रांजैक्शन हो रही है। क्योंकि दोस्तों आपको पता होगा जो लोग यूपीआई ट्रांजैक्शन करते हैं। उनके अकाउंट में मतलब थाउजेंड्स ऑफ ट्रांजैक्शन हो जाती है। तो इसके लिए आपको क्या खास बात यहां पे क्या ध्यान रखना है।

UPI Limit में सेविंग अकाउंट के स्थान पर करंट अकाउंट

आपको करंट अकाउंट ओपन करवाने के बाद ट्रांजैक्शन करनी है। और गाइज तो जो लोग बिजनेस कर रहे हैं। जो लोग सीएससी कस्टमर सर्विस सेंटल चला रहे हैं। किराने की दुकान संभाल रहे हैं। गाइज उनको क्या ध्यान रखना है। कि उनको जो भी वो ट्रांजैक्शन करें। अपने करंट अकाउंट से करें सेविंग अकाउंट से ना करें। अगर मैं इसकी वैसे बात करूं देखिए अगर आप 10000 से ज्यादा की एक ट्रांजैक्शन कर रहे हैं। या फिर आप पूरे साल में 50, 50000 से ज्यादा की कोई ट्रांजैक्शन कर रहे हैं।UPI Limit

यूपीआई के थ्रू तो गाइज आपको फिर वो ट्रांजैक्शन को स्क्रुटनाइज करने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आपकी आईटीआर भी चेक कर सकता है। तो इसलिए आप मैक्सिमम जितनी भी ट्रांजैक्शन कर रहे हैं। उनका सबका लेखा जोखा आपके पास अवेलेबल होना चाहिए। ट्रांसफर करने की अगर मैं बात करूं। तो जितना मर्जी आप करंट अकाउंट से ट्रांसफर कर सकते हो। लेकिन अगर मैं लेने की बात करूं यानी कि आप अपने फ्रेंड को ट्रांसफर कर रहे हो तो दिक्कत उसमें नहीं आएगी।

लेकिन आपके अकाउंट में पैसा जो जो आ रहा है। जो आप पैसा रिसीव कर रहे हो उसमें आपको प्रॉब्लम हो सकती है। यानी कि जैसे क्या होता है आपने अपने अकाउंट में ₹1 लाख अपने फ्रेंड से ट्रांसफर करवा लिए और आपकी एक्चुअल में जो इनकम है। वो कितनी है मान लेते हैं ₹ लाख साल की है तो ₹ लाख अपने दोस्त से ले लिए वो आपकी इनकम नहीं है। वी कैन अंडरस्टैंड दैट लेकिन सरकार उसके ऊपर दोस्तों निगरानी रख रही है।

आपके अकाउंट में इतने पैसे आ रहे हैं। क्योंकि आपके पास पैसे आए तो आप उसको लोन दिखा सकते हो कि मैंने अपने दोस्त से ले लिए रिश्तेदार से ले लिए फैमिली मेंबर से ले लिए हैं। लेकिन दोस्तों एक लिमिट के बाद भी आपको यहां पर समस्या आ सकती है। इनकम टैक्स में और जीएसटी के अंदर क्योंकि जीएसटी लॉ दोस्तों यहां पे क्या कहता है। कि अगर आप अपने सेविंग अकाउंट में या फिर करंट अकाउंट आपने ओपन करवा रखा है।

और आप उसके अंदर अपनी ट्रांजैक्शन कर रहे हो 20 लाख से ज्यादा की दोस्तों ₹ लाख की यहां पे जो लिमिट है। ना अगर 20 लाख से ज्यादा की आप कंपनी अकाउंट में ट्रांजैक्शन करते हो तो वहां पे आपको जीएसटी में रजिस्ट्रेशन करवाना मैंडेटरी हो जाता है। क्योंकि जीएसटी लॉ कहता है एक थ्रश होल्ड लिमिट दे रखी है। कि 20 लाख से ज्यादा की आपने ट्रांजैक्शन कर ली तो हम ये मानेंगे कि भा आप बिजनेस कर रहे हो और आप सर्विस की कैटेगरी में कवर होते हो।

और 20 लाख से ऊपर आपने जीएसटी नंबर नहीं लिया है। तो उस केस में आपको प्रॉब्लम आ सकती है। यानी कि 20 लाख से ऊपर आपको क्या देना पड़ेगा। सरकार को जीएसटी देना पड़ेगा। जितनी भी आपने अपने यूपीआई के थ्रू अपने अकाउंट में पेमेंट ली है। मैं यहां पे दोस्तों पेमेंट रिसीव करने की बात कर रहा हूं। अब मैं ट्रांसफर करने की बात नहीं कर रहा हूं। और इवन अगर आप किसी गुड्स और प्रोडक्ट में डील करते हो जैसे किराने का स्टोर होता है।

तो वहां पर अगर आप 40 लाख से ज्यादा अपने अकाउंट में चाहे सेविंग में ले रहे हो चाहे आप करंट में ले रहे हो यूपीआई के थ्रू तो गाइज वहां पर फिर दुवारा जीएसटी का दायरा लग जाता है। जीएसटी लिमिट कहती है। कि अगर आप प्रोडक्ट में और गुड्स में डील करते हो तो 40 लाख से ऊपर आपको क्या देना पड़ेगा सर जीएसटी नंबर लेना पड़ेगा। और सरकार को उसके ऊपर जीएसटी नंबर से जीएसटी पे करना पड़ेगा। तो गाइज ये थी जीएसटी के बारे में इनकम टैक्स लॉ में स्पेसिफिक मेंशन कर दिया है।

अब मान लेते हैं पूरे साल में आपने यूपीआई में अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर ली ₹ लाख ठीक है जी 5 लाख तक आपने अपने अकाउंट में ले ले तो कोई दिक्कत नहीं है। क्योंकि 5 लाख तक तो आपको कोई टैक्स भी सरकार को देना नहीं है। लेकिन मैंडेटरी आईटीआर फाइलिंग के केस दोस्तों बहुत सारे हैं। यानी कि जहां पर आपको ट्रांस अकाउंट में ट्रांजैक्शन करने पर आपके लिए आईटीआर फाइल करना जरूरी हो जाता है। इवन अगर आप 4 लाख से 5 लाख से ऊपर आपकी इनकम है। पूरे साल की तो आपको आईटीआर फाइल करना है।

ऐसे ही मान लेते हैं। अगर आपने पूरे साल में ₹ लाख तक यूपीआई पैसे ले लिए तो आपको कोई जरूरत तो नहीं है। आईटीआर फाइल करने की लेकिन अगर आपने 4 लाख से ऊपर ले लिए 5 लाख ले लिए ₹ लाख टैक्स तो आपको देना है। लेकिन आप GST के दायरे में आ जाते हो। गवर्नमेंट के बारे में जहां पर आपके बैंक अकाउंट की निगरानी रखती है। कि इसने बहुत ज्यादा ट्रांजैक्शन कर दिया है। और दोस्तों अगेन फिर गवर्नमेंट ये चेक करेगी। कि यार इसने अकाउंट में तो 5 लाख की ट्रांजैक्शन कर ली है।

राइट आपके पेन के बेसिस पे आपकी अकाउंट की इंफॉर्मेशन सारी गवर्नमेंट के पास आ जाएगी। कि 5 लाख की 6 लाख की ट्रांजैक्शन कर ली है। लेकिन इसने आईटीआर फाइल नहीं करी तो वहां पर चांसेस है। कि आपको इनकम टैक्स की तरफ से नोटिस आ सकता है। और अगर मान लेते हैं। आपने अपने यूपीआई के यूपीआई के थ्रू बैंक अकाउंट में तो पैसे ले लिए ₹ लाख और वहीं पे आपने अपनी आईटीआर भरी है। 5 लाख या ₹ लाख की तो भी चांसेस है। कि वहां पर आपको इनकम टैक्स की तरफ से नोटिस आ सकता है। तो दोस्तों यूपीआई ट्रांजैक्शन करने में कोई दिक्कत नहीं है।

UPI Limit की अन्य जानकारियाँ

डिजिटल इंडिया को इवन प्रमोट करने के लिए गवर्नमेंट दुनिया भर के एफर्ट लगा रही है। और इसीलिए अभी रिसेंटली सरकार ने सारी जो यूपीआई ट्रांजैक्शंस की है उसकी एक लिमिट हो सकती है। जैसे मैंने लेख के स्टार्टिंग में बताया गवर्नमेंट ने बढ़ा सकते है। यूपीआई लाइट में भी गवर्नमेंट ने UPI Limit बढ़ा दी है। यूपीआई 123 पे का जो ऑप्शन है उसमें भी बढ़ा दिया है।

इवन गवर्नमेंट ने यूपीआई सर्कल एक नया एक फीचर ऐप जो है। यहां पर लांच करा है। यूपीआई के अंदर जिसको आप लोग यूज भी कर सकते हो लेकिन दोस्तों लिमिट की अगर मैं बात करूं ना तो अगर आप लिमिट बहुत ज्यादा अपने ट्रांजैक्शन कर रहे हैं। खासकर दोस्तों अगर आप 50000 से ज्यादा रिवॉर्ड और कैशबैक आप कमा रहे हो। जो ज्यादातर स्टूडेंट कम्युनिटी में होते हैं। वो क्या करती है।

अपने अकाउंट में दुनिया भर की ट्रांजैक्शन घुमा लेती है 10 लाख 20 लाख ट्रांजैक्शन घुमा ली और उन पे उसको क्या मिला उन पे उसको 0000 का कमीशन मिल गया 0000 रिवॉर्ड मिल गया 0000 कैशबैक मिल गया अब वहां प उनको दिक्कत आ सकती है। क्योंकि इनका इनकम टैक्स लॉ के हिसाब से क्या कहता है। इनकम टैक्स लॉ 50000 से ज्यादा का अगर आपको कोई भी रिवॉर्ड या कैश बैक मिलता है। तो उस पर आपको इनकम टैक्स पे करना पड़ेगा।

गवर्नमेंट को एज पर इनकम टैक्स रूल्स जो कि आपका इनकम फ्रॉम अदर सोर्स में टैक्सेबल होगा। जैसे एफडी की इनकम पे ब्याज मिलता है। वो आपका इनकम फ्रॉम अदर सोर्स में टैक्सेबल होता है। ऐसे ही रिवॉर्ड जो आपको मिलते हैं। कैशबैक जो मिलता है। दोस्तों वो भी आपका टैक्सेबल होता है। इनकम फ्रॉम अदर सोर्स में 50000 से ज्यादा अगर आपको मिलता है। तो ये दोस्तों स्टूडेंट्स बहुत ज्यादा इस चीज को करते हैं।

अब वो 50000 कमाने के लिए ना वो 50 लाख की ट्रांजैक्शन कर देते हैं। अब 50 लाख का 1 पर कमीशन उनको 50000 मिल गया या रिवॉर्ड मिल गया वो ठीक है। लेकिन उन्होंने ₹ लाख की ट्रांजैक्शन कर दी अपने अकाउंट के अंदर सेविंग अकाउंट्स में तो जिसकी वजह से ओबवियसली 100% चांसेस है। कि उनको इनकम टैक्स और साथ-साथ जीएसटी की तरफ से प्रॉब्लम आएगी।

जीएसटी वाले बोलेंगे आपने 50 लाख की ट्रांजैक्शन करी है। ये आपकी टर्नओवर है जिसपे अब आपको 18 पर जीएसटी विद इंटरेस्ट विद पेनल्टी गवर्नमेंट को देना पड़ेगा। तो गाइज आशा करता हूं कि मैंने कोशिश करी आपको डिटेल में समझाने की सारी यूपीआई ट्रांजैक्शन करने की क्या लिमिट है। UPI Limit Income Tax और जीएसटी लॉ के हिसाब से अगर आपका फिज भी कुछ क्वेश्चन क्वेरी है। तो आप कमेंट करके भी पूछ सकते हैं।

दोस्तों मेरी इस UPI Limit की जानकारी में अपनी राय और प्रतिक्रिया अवश्य करें। जिससे मैं आयी हुयी कमियों में हम सुधार कर सकें।

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