UPI Transaction Limit के लिए एक दिन मैं यह डिस्कस कर रहा था। कि आप बिग बैंक अकाउंट में मैक्सिमम कितना टेस्ट कर सकते हैं। उसमें क्या UPI Transaction Limit वगैरह होती है।
UPI Transaction Limit के बारे में
इसमें इनकम टैक्स के बारे में डिस्कस किया हुआ था। लेकिन उस पर्टिकुलर लेख के कमेंट सेक्शन में बहुत सारे कोड में तो यह है। तो क्या आप यूपीआई के थ्रू अगर ट्रांजेक्शंस करते हैं। तो क्या यूपीआई में भी कोई लिमिट है। यूपीआई में ट्रांजैक्शन लिमिट क्या होती है। आपकी और इसमें बैंक के द्वारा एलिमेंट लगाएंगे। यहाँ पर income-tax एक्ट में क्या लिमिट है।
अगर आप सिर्फ ₹5 का UPI Transaction करते हैं। तो उस पर क्या लिमिट होने वाली हैं। और साथ ही साथ बहुत ही ज्यादा इंटरेस्टिंग फैक्ट्स मैं आपको आज का लेख बताने वाला हूं। तो चलिए शुरू करते हैं।
सबसे पहले बात करते हैं। जहाँ यूपीआई की UPI Transaction Limit है। वह बीसीसीआई और बॉक्स के द्वारा चलेगी। UPI को यूपीए का हिस्सा बनाया गया है। इसमें पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया एंटी सीआईए वाला है अब एक दिन में आप कितने रुपए तक के ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। तो यूपीआई इसको ऐसी आई नेक्स्ट कर रखा हुआ है।
UPI Transaction Limit के अतिरिक्त पेमेन्ट
अगली जो लिमिट है वह है एक लाख रुपए पड़े यानी कि आप एक दिन में यूपीआई से मैक्सिमम 1 लाख रुपए तक का पेमेंट कर सकते हैं। यह तो बात हुई एंटी से नहीं लगा रखी लेकिन एनपीसीआईएल यहां पर फैंस को यह फीचर दे रखी है। कि अगर बैंक चाहे तो वह अपने कस्टमर्स के लिए जो दिल्ली ट्रांजैक्शन की लिमिट है।
उसको एक लाख रुपए से नीचे ही रख सकती है। और ट्रैक्टर के लिए बहुत सारे आप्शन में ऐसा करा हुआ है। यानी की जहां पर आप देखेंगे कि पर डे जो मैक्सिमम ट्रांजैक्शन की लिमिट है। तो यूपीआई वह अलग-अलग बैंकों ने अलग-अलग डिफाइन कर रखा हुआ है। मांस के पॉइंट ऑफ व्यू से यहां पर आपको तीन लिमिट देखने को मिलने वाली है।
UPI Transaction Limit पहली
सबसे पहले लिमिट होता है कि मैक्सिमम पर एडिट ट्रांजैक्शन लिमिट कितनी होती है। दूसरी लेयर होती है। सिंगल ट्रांजैक्शन में आप कितना टशन कर सकता है। यानी भैरव आयरलैंड और तीसरा होता है नंबर ऑफ ट्रांजेक्शंस लिमिट तीन तरीके लिमिट लगाई जाती हैं। अब सबसे पहले बात करते हैं कि मैक्सिमम पर डीजे प्रोडक्शन में होती है।
वह शुद्ध बैंक के केस में ₹1000 होती है। लेकिन कई सारे ब्राइटनेस लिमिट को और नीचे रखा हुआ है। यानि कि उन्हें अरेस्ट कर रखा है। कि आप युद्ध में यूपी के रूप मैक्सिमम ₹5000 तक अलग-अलग बैंकों में यह ट्वीट भी कर सकती हैं। तो कुछ बैंक नहीं यह लिमिट 1 लाख रुपए के नीचे भी रखी हुई है। दूसरी बात करते हैं।
UPI Transaction Limit दूसरी
सिंगल ट्रांजैक्शन लिमिट कि अब यहां भी बैक टू बैंक की लिमिट कैरी करती हैं। यानी कि कई बार इसमें आपको देखने को मिलेगा। कि आप एक बार में मैक्सिमम ₹5000 का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। कई बार इसमें लिमिट आफ 10000 तक को देखने को मिलेगी। कई बैक यह 25000 कुछ में 50,000 और कई नाइट में 1 लाख रुपये ट्रांजैक्शन की लिमिट दी होती है। अब ऐसी लिमिट होती है। आप पर डे मैक्सिमम नंबर ऑफ प्रोडक्शन यानी कि आप यूपीआई के थ्रू मैक्सिमम कितनी बार ऑफिस कलेक्शन कर सकते हैं।
उस दिन इस स्कीम को प्राप्ति के लिए मोर सब्स पर देखने को मिलेगा। कि आप एक दिन में एक बैंक अकाउंट से 10 ट्रांजक्शन पर डे कर सकते हैं। मैक्सिमम तो बैंक तेज जनरली ही एलिमेंट लगा रखी होती है। कि आप सेक्शन 10 संरक्षण देने पर आप कर सकते हैं। तो यूपीआई की अब बात करते हैं।
UPI Transaction Limit में क्या इनकम टैक्स एक्ट में यूपीआई कोड ट्रांजैक्शन लिमिट दे रखी है। यही क्या इनकम टैक्स एक्ट में स्पेसिफाई किया गया है। कि आप यहां से मैक्सिमम कितना ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। दिया आंसर नो केस्ट इनकम टैक्स एक्ट में ऐसी कोई लिमिट नहीं बताएगी। कि आप यहां से कितना ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। लेकिन इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का मीट कंजप्शन यह होता है। कि आपकी जितनी भी UPI Transaction Limit से अधिक ट्रांजेक्शंस होती हैं।
उसको डिपार्टमेंट अगर ट्रैक कर सकता है। तो डिपार्टमेंट को आपसे कोई प्रॉब्लम नहीं होने वाली है। और अभी यहीं का जो मॉडल होता है। वह बेसिकली बैंक से बैंक ट्रांसफर होता है। आपकी जितनी भी कलेक्शन सोच है। वह सारे केस को ट्राय कर सकते हैं। तो डिपार्टमेंट को यहां पर कोई हेडेक नहीं होती है। और इसीलिए उन्हें इनकम टैक्स साथ में यहां पर कोई भी लिमिट यूपीआई कि नहीं बताई गयी है। यानि कि आप जितना मर्जी चाहे यह ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
UPI Transaction Limit के लिए अब हालांकि यहां पर इनकम टैक्स एक्ट में यूपीआई ट्रांजैक्शन की कोई लिमिट नहीं होती है। फिर आपको एक बात का ध्यान रखना है। कि अगर आपके अकाउंट में यूपीआई के थ्रू बहुत ज्यादा ट्रांजेक्शंस होती हैं। तो उस केस में आपका जो बैंक होता है। वह आपके पास ट्रांजेक्शंस को सटीक मान सकता है।
और आपके इस अकाउंट की डिटेल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के पास फॉरवर्ड कर सकता है। और इसकी इसमें अगर आपकी रिटर्न फाइल नहीं हुई होती है। यानि कि आपके इनकम टैक्स रिटर्न फाइल भी नहीं करी हुई है।
तो उसके स्काउट्स और डिपार्टमेंट जो है इनकम टैक्स डिपार्टमेंट सीधे वास से नोटिसड देकर करके पूछ सकता है। कि आपके अकाउंट में इतनी ज्यादा ट्रांजेक्शंस होने के बावजूद आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल क्यों नहीं कर रहें हैं। तो इस बात का आपको ध्यान रखना है भले ही इसमें कोई लिमिट वगैरह नहीं दी गई है। लेकिन उस प्रशंशा में बहुत ज्यादा गर्म होगी तो आपको कुछ केसेस में प्रॉब्लम फेश करने को मिल सकती है। अब यहां पर का इसलिए बहुत इंपोर्टेंट क्वेश्चन है। जो आपमें से बहुत सारे लोग पूछते हैं।
और वह यह है कि आप में से बहुत से लोग हैं। जो इसे ज्यादा पसंद करते हैं। जहां पर आप दूसरों से उधार में पैसा लेकर की अपनी उपयोगिता दिखाते हो और को आप कैसे भेजते हैं। और उस पर थोड़ा बहुत कमीशन चार्ज करते हैं। या फिर कई बार यह हेल्प के लिए आप करते हैं। और कई सारे लोग निराश होते हैं। कि आप अपने ही एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करते रहते हैं। कुछ कैश पर कायम करने के लिए ऐसा कुछ करते हैं। तो इन सारी चीजों में आपका क्या कोई रूल वगैरह आपको ध्यान रखना है।
जीएसटी के पॉइंट्स के अन्तर्गत इनकम टैक्स के पॉइंट ऑफ व्यू से अब देखिए यहां पर आपको एक बात समझना है। कि अगर आप क्रश UPA शुरू करते हैं। फॉर कमीशन और हिना फॉर हेल्प और यह UPI Transaction Limit की एक पूरे साल में 20 लाख रुपए से ज्यादा हो जाती है। यानि कि आपने जितने भी ऑप्शंस करवाई हैं। या रिक्वेस्ट ले करके आप कमीशन चार्ज करके आप कोट पेंट वगैरह जो भेजता है। या फिर आप हेल्प के लिए भी अगर आप क्लास ले करके आप पेमेंट किसी और को भेजते हैं।
और ऐसी ट्रांजेक्शंस का जो टोटल एग्रीगेट है। वह 200000 रुपए से ऊपर चला जाता है। तो जिस डिपार्टमेंट इधर से आपको नोटिस देखने को मिल सकता है। कि आप सब्सक्राइब कर रहा हैं। और यहां पर आप अगर रजिस्ट्रेशन नहीं लिया होगा। तो उसके टॉप को GST डिपार्टमेंट ऑफ कर सकते हैं। और आपसे पूछ जा सकता है। कि आपने रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं करवा रखा है। तो ऐसे इसको आपको ध्यान रखना है। कि यह लिमिट आफ कि 20 लाख रुपये को प्रवेश नहीं करनी चाहिए।
UPI Transaction Limit और इसके साथ-साथ अगर आपकी एक पूरे साल की तलाश में 15 लाख रूपए से भी ऊपर जाती है। उस केस में आपको भी इनकम टैक्स रिटर्न्स जरूर फोल्ड कर देनी चाहिए। अब देखिए कई लोगों का यह पार्ट होता है। कि उन्हें लगता है कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने का मतलब होता है। कि उनमें टेस्ट इवेंट करना पड़ेगा। कि ऐसा बिल्कुल नहीं होता है।
UPI Transaction Limit में डिपार्टमेंट का एक क्वेश्चन यह होता है। कि आपकी जो ट्रांजेक्शंस हैं। उसके बारे में आप उन्हें बताएं यह बेसिकली इन का एहसास होता है। और इसीलिए उन लोगों की डिमांड करते रहते हैं। तो अगर आपके अकाउंट में काफी ज्यादा ट्रांजेक्शन है। तो उस केस में आपको इनकम टैक्स रिटर्न जरूर फोल्ड करनी चाहिए और यह जितनी में डिटेल्स हो गया है। उसका आपको डिस्क्लोस करना चाहिए हो सकता है। आपसे सिर्फ एक परसेंट या दो पर्सेंट कमीशन चार्ज कर रहा हूं।
तो अगर आपने पूरे साल में 5 लाख रुपए का अगर ट्रांसफर किया हुआ है। आप उसका सिर्फ दो पर्सेंट कमीशन चार्ज करते हैं। तो आपका ₹10 कमीशन होता है। तो उस केस में अब ₹10 को इनकम देखेंगे ₹5 ट्रांजेक्शन ओर देखा करके अपको रिटर्न करेंगे। अब यहां पर आपको कोई टैक्स नहीं लगने वाला है। लेकिन आपको रिटर्न देना जरूरी हो जाता है। तो इन बातों को आप जरूर ध्यान रखें। ताकि आपको फ्यूचर में कोई नोटिस वगैरह देखने को ना मिले।
अब इसके साथ ही बात करते हैं। उन लोगों की जो किस से ट्रांसफर करते हैं। एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में देखिए। यहां पर आपको यह बता दें की अगर आपने एक पॉकेट से पैसे उठाकर के अपने ही दूसरे पाकेट में डालते हैं। तो इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं होता है। कि आपने कोई सर्विस प्रोवाइड करी है। और ना ही इसका यह मतलब कि हमें कोई इनकम जनरेट कर हुई है। तो इसका यह मतलब बनता है कि ना ही इसे सर्विस मानी जाएगी और ना ही इनकम मानी जाएगी।
तो इस केस में इस पर कोई आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपसे ट्रांसफर फ्रॉम बैंक अकाउंट टो अनदर कितना भी हो आप को GST में आइटम डांस एंड की तरह से कोई भी प्रॉब्लम देखने को नहीं मिलने वाली है। क्योंकि आज के टाइम में UPI से ही लोग मैक्सिमम पेमेंट करते हैं। तो यहां पर मैंने इस लेख को आपके लिए दे दिया है।
दोस्तों मेरी इस UPI Transaction Limit की जानकारी में अपनी राय और प्रतिक्रिया अवश्य करें। जिससे मैं आयी हुयी कमियों में हम सुधार कर सकें।