CM Yogi जी का निर्णय
यूपी के CM Yogi आदित्यनाथ की एक सराहनीय पहल है जो काफी प्रशंसनीय है। अब CM Yogi आदित्यनाथ की सरकार ने शिक्षित लोगों को नौकरियाँ देने की घोषणा की है।
उसके बारे में बताएंगे जिसकी जरूरत है। वैसे तो मैं बहुत पहले से ही बोलता आ रहा हूं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में जो 1200 के लगभग भूतपूर्व सैनिक हैं। जो ट्रामा सेंटर से लेकर बीएचयू में ड्यूटी देते हैं। और आईआईटी में ड्यूटी देते हैं। वह आउटसोर्सिंग के कर्मचारी हैं। यानी ठेके की नौकरियां हैं।
CM Yogi के अनुसार ठेके वाली उस कंपनियों को सरकार पैसा देगी और CM Yogi की सरकार का पैसा जो आएगा। उसमें काट पीट करके वो कंपनियां इनको देंगी। खूब लड़ाई लड़ा तबीयत से और चीफ प्रैक्टर को चापा कहा कितने दिन से तनखा आपकी बाकी है। उन्होंने कहा नहीं तो हमने कहा इनका कितने दिन से बाकी है।
CM Yogi जी और आउटसोर्सिंग नौकरिययों के बारे में
मैंने अच्छे से बोला उसके बाद इनका रुका हुआ वेतन और एरियर बरामद करतें हैं। हम लोग घर बनवा रहे हैं। बच्चे की पढ़ाई है यह सैनिक जो ग्लेशियर में रह रहा है। जो सीमा पर रहा है। जिसने युद्ध किया है। वो इतना निरी होगा सरकारों के गंदे आचरण और निंदनीय कृत से उसको आप देख लेंगे। ठेका पद्धति की नौकरियां / आउटसोर्सिंग की नौकरिययों को अब खत्म करने का निर्णय लिया है।
CM Yogi की सरकार अब क्या करेगी यह जो ठेका पद्धति की नौकरियां हैं। तमाम अधिकारियों की पत्नियों के नाम और कई नेताओं तथा परिवारों के नाम यही लोग कंपनी बना कर के भर्ती कर लेते हैं। वह कंपनियां जिसमें CM Yogi की सरकार भी अब इस मामले में 11 महीने के लिए काम के आधार पर वेतन तय करती है। पैसे को लेकर काफी मारामारी है। आगे के लिए 11 महीने और बढ़ायें जायेंगे। नहीं तो अन्य कर्मचारी को रखा जाएगा।
पीएफ जमा करने के नियमों को तारतार कर दे रहें हैं। नहीं जमा किया तो कंपनियां लेकर के भाग जायेंगे। फिर समय से सैलरी नहीं मिली सैलरी कम दिया और ऐसे तमाम मामले मेडिकल की सुविधाएं हुयी जो भी श्रमिक नियम है। उनको नजरअंदाज किया नेताओं और अधिकारियों को जैसा बताया उनके लोगों ने कम्पनी बना दिया। और मख्खन पालिस करके नियुक्ति कर दिया।
आइए साहब अब आउटसोर्सिंग भरती का रास्ता बनाने का निर्णय लेते हैं। योगी जी की गवर्नमेंट अब यह काम करेगी या कार्पोरेशन करेगा। लेकिन विभिन्न विभागों में जैसे स्वास्थ, चिकित्सा, शिक्षा, समाज कल्याण, विकलांग कल्याण, कृषि विभाग, बाल विकास सेवा पुष्टाहार देखा जाए तीनों का अगर प्राथमिक शिक्षा माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा इन्हें देखा जाए उद्यान और तमाम विभागों में खाली पद पड़े हैं।
राजस्व को देखलें एसडीएम साहब प्राइवेट कर्मचारी रख करके काम करवाते हैं। तहसीलदार साहब प्राइवेट कर्मचारी वही बड़े-बड़े मुकदमों की फाइल उनके पास है। कर्मचारी नहीं है। तो एसडीएम साहब करेंगे क्या एसडीएम साहब तो आप ही को चाप देंगे। और आपको चाप करके जो उच्च स्तर को हासिल करेंगे। उसी से उसको वेतन देंगे। यहाँ पर यह भी कहा गया है। कि बेटा बच बचा करके कम करना आज मोबाइल का युग है।
इसी बीच बड़ी खबर य कानपुर में CM Yogi ने एक बड़ा ऐलान किया है। दो साल में 2 लाख नौकरियां दी जाएंगी। ऐलान उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री ने किया कह रहे कि यूपी पुलिस में एक लाख भर्ती की जाएगी। वहीं CM Yogi ने कानपुर में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की जिसमें लॉ एंड ऑर्डर और विकास कार्यों को लेकर निर्देश दिए।
सब वीडियो बना लेंगे लेते रहो तो वह लेता है। उसका बिगाड़ेगे क्या मैं बारी – बारी एक – एक विभाग का पोस्टमार्टम कर दूंगा। और बता दूंगा इनको पहले जैसा ही इन्होने किया है। आज थोड़े ही हम पैदा हुए हैं। कि बाबा के राज में हम पैदा हुए हमने अखिलेश के समय में भी पोस्टमार्टम किया अखिलेश यादव के हमने उनके धरती पुत्र पिताजी के समय में भी किया है।
राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह के समय में किया है। दूसरी मायावती के समय में किया है यह पोस्टमार्टम में करता रहता हूं। अब आख में आख डाल के बात करना ही है। हम बेसिक शिक्षा को बता देंगे। सारे भ्रष्टाचार को तार तार करके गिना देंगे। और इन्हें चुनौती देकरके कह देंगे। कि इस पर देख लीजिए यदि मैं झूठ बोल रहा हूं। तो हमारे ऊपर अपराध दर्ज करा दीजिए। आगे उस आधार पर यह नियुक्तियां निकालेगा इन नियुक्तियों में रिजर्वेशन भी होगा।
जैसा कि केशव प्रसाद मौर्या ने लोकसभा चुनाव के बाद मोर्चा खोला था। और कुछ दिनों तक तो लग रहा था। दोस्तों वैकेंसी निकलेगी समय से परीक्षा कराने की जिम्मेदारी होगी। आउटसोर्सिंग भर्ती कारपोरेशन निगम के जैसा आयोग करता है। भर्तियों मे समय से साक्षात्कार और परीक्षा करायेंगे। सत्यापन कराने के बाद नियुक्ति देंगे। और इसमें डीए भी कटेगा।
तथा 11 महीने एक साल का ही है उसके बाद इनकी नियुक्ति को और विस्तार दिया जाएगा। एक साल के लिए 000 इनका न्यूनतम जो मानदेय वाला वेतन होगा। ऐसे में इसके लिए प्रमुख सचिव और लोगों की नियुक्तियां भी देंगे। सलाहकार मांगे गए हैं। यदि ऐसा होता है। हमारा तो यह मानना है। कि आप उनको सरकारी लोक सेवक बना दीजिए।
मेडिकल की भी सारी सुविधाएं दीजिए। वह कहां जाएंगे उनके बच्चों को भी पढ़ाई लिखाई का उसके बाद अगर घूस लेते हैं। ईमानदारी से काम नहीं करते हैं। तो रगड़ करके रेत दीजिए। लेकिन एक चीज ध्यान रहे कि उनके भी बच्चों को पढ़ने का अब एक बार समय दीजिये नहीं तो वह बीमार हो गया तो 3000, 4000 लग जायेंगें।
भर्ती होते ही पहले 5000 जमा कराएंगे। तब कहीं सरकार 16000 की नौकरी को देना का विचार करती है। लेकिन CM Yogi जी ने जो निर्णय लिया है। यह निर्णय एक बड़ा निर्णय है। और उन्हीं के लोगों से उनको इस मामले में दो-दो हाथ करना पड़ेगा। इसका यानी CM Yogi आदित्यनाथ के निर्णय का पालन करते हुए।
दोस्तों यदि आउटसोर्सिंग खत्म होता है। और फिर सरकार इसके लिए आयोग बनाने जैसा निर्णय लेती है। और बनाती भी है। और सारी सुविधाए देती है। तो फिर CM Yogi सर जी स्वागत के पात्र है। अच्छे काम की प्रशंसा हमेशा करना चाहिए।
दोस्तों मेरी इस CM Yogi की जानकारी में अपनी राय और प्रतिक्रिया अवश्य करें। जिससे मैं आयी हुयी कमियों में हम सुधार कर सकें।